बिज़नेस न्यूज़ टुडे, बेंगलुरु: प्याज की बढ़ती कीमतों पर दुर्गा पूजा और दिवाली के आगमन से पहले सरकार का कदम बढ़ाया हैं, अब मोदी सरकार ने प्याज की महंगाई पर लगाम लगाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। इसका उद्देश्य दुर्गा पूजा और दिवाली जैसे बड़े त्योहारों के पहले भारतीय जनता को राहत पहुँचाना है। इसके साथ ही, सरकार की ध्यान ने किसानों के प्याज उत्पादकों पर भी बना दिया है।
प्याज पर एक्सपोर्ट ड्यूटी की हटाई
केंद्र सरकार ने प्याज उत्पादक किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, उसने प्याज पर से एक्सपोर्ट ड्यूटी को हटा दिया है। इस फैसले से लाखों किसानों को बड़ी राहत मिली है, और कहा जा रहा है कि उन्हें अब प्याज के उचित मूल्य मिलेगा। वित्त मंत्रालय ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए एक अधिसूचना भी जारी की है।
किस राज्य के प्याज पर हटी ड्यूटी
इस फैसले की खास बात यह है कि केंद्र सरकार ने केवल बेंगलुरु रोज किस्म के प्याज पर से एक्सपोर्ट ड्यूटी हटाई है। सरकार ने जारी नोटिफिकेशन में कुछ शर्तों के साथ एक्सपोर्ट की अनुमति दी है, लेकिन सरकार का मानना है कि उसके इस फैसले से प्याज उत्पादक किसानों को सीधा फायदा होगा।
क्या आएगी प्याज की कीमतों में गिरावट
बीते अगस्त महीने में केंद्र सरकार ने प्याज की निर्यात पर 40 प्रतिशत ड्यूटी लगाई थी जब महंगाई को रोकने का निर्णय लिया गया था। यह ड्यूटी 31 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगी। सरकार की उम्मीद थी कि इससे देश से प्याज का निर्यात कम होगा, जिससे प्याज का स्टॉक बढ़ेगा और प्याज की कीमतें कम होंगी। हालांकि, सरकार के इस फैसले के परिणामस्वरूप प्याज की कीमतें कुछ हद तक गिर गई हैं, और अब प्याज 30 से 35 रुपये किलो बिक रहा है।
विदेशों में प्याज की सप्लाई
बेंगलुरु रोज किस्म का प्याज विदेशों में बड़ी मांग है, और इसकी सबसे अधिक निर्यात थाईलैंड, ताइवान, मलेशिया, और सिंगापुर जैसे देशों में होती है। अब निर्यात किये जाने वाले प्याज और उसकी गुणवत्ता को लेकर निर्यातक को निर्यात करने का प्रमाणपत्र दिखाना होगा, क्योंकि सरकार ने प्रमाणपत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया है।
इस नए फैसले से न केवल किसानों को फायदा होगा, बल्कि भारतीय जनता को भी सस्ते प्याज का आनंद मिलेगा। सरकार का इस प्रकार का कदम उद्योग और व्यापार को भी बढ़त देगा और देश की महंगाई को कम करने में मदद करेगा।